बेघर और बेचारे लोग 2 म्यांमार के रोहिंग्या संकट पर राजीव ध्यानी के लम्बे लेख की दूसरी किश्त माना जाता है कि आठवीं शताब्दी में मौजूदा बंगाल के चटगांव इलाके से बहुत से लोग बगल के अराकान (अब रखाइन) इलाके में जाकर बस गए. इनमें से लगभग सभी लोग हिन्दू थे, क्योंकि बंगाल के इस इलाके में इस्लाम इसके कहीं […]